एक दरख्त, ये ब्लोग है मेरी गज़लो का जिसके जरीये मैं आप तक अपनी गज़ले पहुचाना चाहता हुँ, उम्मीद करता हुँ, आप सभी इसे पसंद करेगें................
bahot badiya poem haisir
pyaar hai to darr kaisa ! darr hai to pyaar kaisa !
बेहतरीन गज़ल्।
बहुत ही खूबसूरत शब्दों का संगम है इस प्रस्तुति में ।
बहुत खूब है तुम कहा से इतनी ऊर्जा लाते हो कि लगातार लिख रहे हो , खैर बधाई हो , और लिखते रहो यही मंगल कामना है..........खूब प्यार दुलार सहित.......संदीप
agar pyar ka rang nahane se utar jata to baat hi kya hoti huzur....wo kabhi feeka nahi padta taza hota hai jehan main hamesha....
सुन्दर, बेहतरीन Vivek Jain (vivj2000.blogspot.com)
यूँ मेरे हाथ मुझ को छुड़ाने न दोबहुत याद आयेंगे हम ,हमें जाने न दो ....क्या बात है ...बहुत खूब ....!!
बहुत ख़ूब...अच्छा अंदाज...
bahot badiya poem haisir
ReplyDeletepyaar hai to darr kaisa ! darr hai to pyaar kaisa !
ReplyDeleteबेहतरीन गज़ल्।
ReplyDeleteबहुत ही खूबसूरत शब्दों का संगम है इस प्रस्तुति में ।
ReplyDeleteबहुत खूब है तुम कहा से इतनी ऊर्जा लाते हो कि लगातार लिख रहे हो , खैर बधाई हो , और लिखते रहो यही मंगल कामना है..........
ReplyDeleteखूब प्यार दुलार सहित.......
संदीप
agar pyar ka rang nahane se utar jata to baat hi kya hoti huzur....wo kabhi feeka nahi padta taza hota hai jehan main hamesha....
ReplyDeleteसुन्दर, बेहतरीन
ReplyDeleteVivek Jain (vivj2000.blogspot.com)
यूँ मेरे हाथ मुझ को छुड़ाने न दो
ReplyDeleteबहुत याद आयेंगे हम ,हमें जाने न दो ....
क्या बात है ...
बहुत खूब ....!!
बहुत ख़ूब...अच्छा अंदाज...
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